सोमवार, 18 अक्तूबर 2021

Article On Hindi

Article on Hindi

जैसे अन्य विषय,हिन्दी भी हमे नई चीज़ो के बारे मे जानने के लिए समझने का एक बड़ा दायरा प्रदान करता है और हमे पता चलता है कि वे एक दूसरे के साथ कैसे जुड़े हुए है| यह ज्ञान की एक धारा है| हर कविता और कहानी से एक नैतिक मूल्य हम सबको प्राप्त होती है जो हमें सीखने को मिलता है जो कि बहुत दिलचस्प है और संचार रणनीति मे भी मदद करता हैं| यह विषय जीवन में अर्थ जाड़ने वाली हर छोटी सी छोटी चीज़ को समझने में भी मदद करता है और हमें मामले के महत्व का पता चलता हैं| यह विषय जीवन में रंग भर देता है चाहे वह कितना भी नीरस क्यों न हों| इस विषय मे मैने जो भी कवि पढ़े है, उनसे मैने मानवता सीखी हैं| जिस तरह उनमें से प्रत्येक ने इस फार्म की समझ को उजागर किया, मैं उसकी सराहना करती हूँ| धर्म के कारण लोगो के बीच में युद्ध वर्षो से विवाद है लेकिन कवियों ने लड़ने के बजाय एक साथ रहने के लिए बहुत समर्थन किया| वे प्यार फैलाते है नफरत नहीं| इससे मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत कुछ सिखने को मिला क्योंकि आज के समकालीन संसार में ईर्ष्या, स्वार्थ और घृणा है| और जीवन में इन अवांछित चीज़ों से बचने के लिए पक्षपात को रोक कर प्यार, स्नेह और दोस्ती फैलना ही एक महत्वपूर्ण चीज़ है| मैंने यह भी सीखा है की ख़ुशी- ख़ुशी रहना और एक दूसरे का सहयोग करना अच्छी बात है और हम सभी को यह ज्ञान सबके साथ बाँटना चाहिए| हिंदी से हमारे अंदर भावनात्मक विकास होता है| विचारों में बड़ी ताकत होती है और विचार हमें भावनात्मक रूप से मज़बूत बनाते है| और मुझे यह लगता हैं की जो भावनात्मक रूप से मज़बूत हो उसे इस दुनिया में कोई नहीं हरा सकता| क्योंकि जो टूट कर भी मुस्कुरा दे, उसे कोई नहीं हरा सकता| मुझे यह लगता है की हम जैसा पढ़ते है और जैसे माहौल में रहते है, हमारी सोच भी वैसी हो जाती है और इंसान अपनी मेहनत से ज़्यदा अपनी सोच से ही बनता है, क्योंकि वह जिस स्तर की सोचता है वह फिर उसी स्तर की मेहनत भी करता है| तो मैंने यह भी सीखा है की हम जो भी सोचते है, वैसा ही करते हैं, और वैसा ही बनते हैं| 'हिंदी' विश्व में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाओं में से एक है| विश्व की प्राचीन, समृद्ध और सरल भाषा होने के साथ -साथ हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा भी है| यह भाषा अनादि काल से प्रयोग की जाती रही है और ये लोगो के बीच संचार का एक सशत्क माध्यम रही है| एक भाषा के रूप में हिंदी बातचीत को समझने का एक आसान तरीका प्रदान करती हैं, जिसे सबसे महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है| हिंदी जीवन में अहम भूमिका निभाती है| हममें से बहुत से लोग अन्य भाषाओं के बारे में नहीं जानते होंगे लेकिन हर कोई हिंदी भाषा के बारे में जानते हैं, भले ही वे लिख नहीं सकते, लेकिन बोल और समझ सकते हैं| जिससे संचार आसान हो जाता है| यह एक बेहतर समझ प्रदान करता है| हिंदी से हमें मानवीय मूल्य सीखने को मिलते हैं, क्योंकि सबसे से पहले साहित्य और कविता की बात करें तो, वह एक ऐैसे परिस्थितियों को बताता हैं जिनसे वह गुज़र रहा है और समाज को भी दर्शाता है क्योंकि वह एक हिस्सा है| मेरा दृढ़ विश्वास है की हिंदी साहित्य के माध्यम से किसी अन्य मनुष्य या व्यक्ति के जीवन का ज्ञान और समझ संभव है, क्योंकि कविता और कहानी का उदाहरण लेने पर हम उसमें अपना प्रतिबिंब और भावनाएँ देख सकते हैं| चुंकि हम देख सकते हैं कि कोई व्यक्ति कविता या कहानी में क्या कहना चाह रहा है इसलिए हमें मानव मानस की समझ मिलती है| भारतीय साहित्यक परम्परा विश्व में सबसे पुरानी है| यह मुख्य रूप से पछ में से एक है और अनिवार्य रूप से मौखिक है| जीवन के आयामो विभिन्न पहलुओं को हिंदी साहित्य के माध्यम से गहराई से समझा जा सकता है क्योंकि यह पूरी मानवता का प्रतिबिंब है,जो आदिकाल से शुरू होता है, जहां एक राजा कि जीत का जश्न मनाया जाता था और इस युग मे प्रकाश डाला जाता था जो उस समय को दर्शाता है जब युध्द हुआ करते थे और युध्द जीतना अत्याधिक महत्वपूर्ण होता था। इसलिए यह मानव जीवन के गौरव पहलू को दर्शाता है। रीतिकाल युग जीवन के प्रेम और सौंदर्य पहलू को चित्रित करता है| यहाँ के राजा विभिन्न कवियों और नर्तकियों को अपने दरबार में मनोरंजन के लिए बुलाते थे| यहाँ बिहारी लाल, धनानंद जैसे कवियों ने अपनी कविताओं में जीवन के प्रेम पहलू को दर्शाया है, जो एक व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है| धनानंद ने व्यक्तिगत जीवन में एक तरफ़ा प्रेम पहलु को चित्रित किया है| बिहारी लाल ने प्रेम पहलु को चित्रित करने के लिए भगवान कृष्ण और राधा के सन्दर्भ का प्रयोग किया| भक्तिकाल, इस अवधि में जीवन के धार्मिक पहलू को चित्रित किया गया है| कबीरदास और मीराबाई की कविताओं में एक भक्त के मन और भक्ति का चित्रण किया गया है| कवितायेँ दिखाती है की कैसे एक भक्त का मन भगवान के प्रेम से रंग जाता है| आधुनिक काल, इस समयावधि विकसित में ये स्वयं को मुक्त करने और एक मज़बूत मानसिकता विकसित करने के संघर्ष की शुरुआत थी| इसमें पूर्व स्वतंत्रता, मध्य स्वतंत्रता और स्वतंत्रता के बाद का समय शामिल है|  यह समय अवधि जीवन के स्वतंत्रता के पहलु के लिए एक व्यक्ति की इच्छा को दर्शाती  है| इस समय के दौरान प्रिंट मीडिया का विकास हुआ और यह लोगों के लिए अपनी राय रखने और समाचारों और वर्त्तमानो घटनाओं से अवगत होने का एक माध्यम था| यह जीवन के आत्म जागरूकता पहलुओं को भी दर्शाता है|
 
                                                                      -Meggeeny N. Simte     
B.A. Programme(pol.Science and socio)
                                   
 
 



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