रविवार, 8 नवंबर 2020

कविता - स्त्री

Name : Bhavana
Course : Ba Hindi hons
College : Bharati college


स्त्री
स्त्री हूँ मैं
तो यह मत समझना
कमजोर हूँ मैं
कमजोर नहीं हूँ मैं
हूँ मैं एक बुलंद आवाज
जो कर सकती है
वह सब कुछ 
जो पुरुषों से चाहता है समाज
स्त्री हूँ मैं
तो यह मत समझना
नित्य रहूँगी तुम्हें समर्पित
'ओ' पुरुष प्रधान समाज

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