रविवार, 8 नवंबर 2020

कविता - कितना अच्छा होता ना

Name - Saundraya Dwivedi
Course- BA Hindi hons
Year - second year
College - Jesus and Mary College


कितना अच्छा होता है ना
कभी-कभी कुछ ना होना
कितना अच्छा होता है ना
बारिश की बूंदों को अपने चेहरे पर महसूस करना
कितना अच्छा होता है ना
रात को खुले आसमान के नीचे लेटकर तारों को निहारना
कितना अच्छा होता है ना
कभी-कभी कुछ ना करना
कितना अच्छा होता है ना
शाम को वो कुल्हड़ वाली चाय पीना
कितना अच्छा होता है ना
बेवजह मुस्कुराना
कितना अच्छा होता है ना
कभी-कभी कुछ ना होना

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